Rashtriya Gokul Mission 2024: भारत के किसानों के द्वारा पशु पालन का कार्य बड़े पैमाने पर किया जाता है। पशुपालन कार्य में गाय को सबसे अधिक पाला जाता है। इस वजह से सरकार के द्वारा किसानों के गाय पालन के कार्य को सशक्त बनाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन स्कीम की शुरुआत की है। भारत सरकार द्वारा देश के सभी किसानों के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन की शुरुआत की है। इस मिशन का उद्देश्य किसानों के लिए गाय के नस्ल विकास को बढ़ावा देना है।
यदि आप भी गाय पालन का कार्य करते हैं, तो आपको राष्ट्रीय गोकुल मिशन का उद्देश्य लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में मालूम होना चाहिए जिसे इस आर्टिकल में हमने राष्ट्रीय गोकुल मिशन के बारे में बताया है। कृपया आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें। भारत में अधिकांश किसान खेती के साथ-साथ गाय पालन का भी कार्य करते है। इस वजह से गाय को किसी तरह की बीमारी ना हो और उसका नस्ल विकास हो सके इसके लिए वैज्ञानिक गतिविधियों को बढ़ावा देना और गाय पालन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु इस योजना को शुरू किया गया है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2024
इस योजना को 2014 में शुरू किया गया था इसका मुख्य उद्देश्य विदेशी गाय की नस्ल के विकास के लिए प्रोत्साहित करना है। सरकार ने 2014 में इस योजना को जल्द शुरू किया तब इसमें 2025 करोड़ का बजट नियुक्त किया गया था। सन 2019 में इस योजना में 750 करोड़ का बजट और जोड़ दिया गया था।
वर्तमान समय में सरकारी योजना के तहत दुधारू पशु के विकास और उनके नस्ल को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। इस योजना में गाय और अन्य दुधारू पशु को सुरक्षा और संरक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है इस योजना के अंतर्गत पशुपालक किसानों की आय को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
Rashtriya Gokul Mission Overview
योजना का नाम | राष्ट्रीय गोकुल मिशन |
किसकी योजना है? | केंद्र सरकार |
लाभार्थी | गौपालक |
उद्देश्य | स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित करना |
आधिकारिक वेबसाइट | https://dahd.nic.in/ |
साल | 2022 |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तथ्य
अगर आप एक पशुपालन से जुड़ा कार्य करते है तो आपके लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन एक फायदेमंद योजना हो सकता है। आपको इस योजना से जुड़े कुछ आवश्यक तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए जिसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
- इस मिशन के अंतर्गत पुरस्कार का प्रावधान रखा गया है।
- इस मिशन का मुख्य उद्देश्य दुधारू पशु की नस्ल में बढ़ोतरी करना है।
- इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा हजार से ज्यादा पशु पालक स्थान बनाया जाएगा।
- जो व्यक्ति सबसे ज्यादा दुधारू पशुओं को पलेगा या सरकार द्वारा बनाए गए पशुपालक स्थान पर नए दुधारू पशुओं को लाएगा उसे गोपाल रत्न पुरस्कार या कामधेनु पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
- आपको यह भी मालूम होना चाहिए कि अब तक 22 गोपाल रतन पुरस्कार और 21 कामधेनु पुरस्कार दिया गया है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन का उद्देश्य
देश के सभी दुधारू पशुओं की नस्ल की वृद्धि करने के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना की शुरुआत की गई है। इसके अलावा देश में दूध उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी इस योजना को संचालित किया जा रहा है। इसके अलावा इस योजना को देश के पशुपालकों की तनख्वा में वृद्धि करवाने के लिए शुरू किया गया है।
यह एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका उद्देश्य देश के सभी किसान और पशुपालक का कार्य करने वाले लोगों को उचित मूल्य देना और उनके पशुओं की संख्या में वृद्धि लाना है। पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारी हो जाती है जिससे बचाओ के लिए इस योजना को शुरू किया गया है और पशुओं की मदद से किसान की आय में वृद्धि ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन का लाभ
अगर आप सरकार के द्वारा शुरू किए गए इस बेहतरीन मिशन का हिस्सा बनना चाहते है तो आपको इस मिशन के लाभ की जानकारी होनी चाहिए जिसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
- इस मिशन का हिस्सा बनने पर सरकार आपके दुधारू पशुओं के नस्ल की वृद्धि करने में मदद करती है।
- इस योजना के अंतर्गत राज्य के अलग-अलग क्षेत्र में पशुपालन की उत्तम वेवस्था की जाति है।
- इस योजना के अंतर्गत राज्य के दुधारू पशुओं की देखरेख और दावा दारू की उत्तम व्यवस्था की जाती है।
- मिशन के अंतर्गत पुरस्कार की व्यवस्था भी की गई है दुधारू पशुओं का अच्छे से देख रेख करने पर गोपाल रत्न और कामधेनु पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
- गोकुल धाम बनाया जाएगा जहां 1000 से अधिक दुधारू पशुओं को रखने की व्यवस्था की जायेगी।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन की पात्रता
अगर आप सरकार के द्वारा शुरू किए गए इस मिशन का हिस्सा बनना चाहते है तो आपके पास कुछ निर्धारित पात्रता होनी चाहिए जिसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
- राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
- इस योजना की भारत के मूलनिवासी आवेदन कर सकते है।
- इस योजना को पशु पालन का कार्य करने वाले किसानों के लिए शुरू किया गया है।
- अगर किसी किसान या पशुपालक को सरकारी पेंशन मिलता है तो वह इस योजना के लिए नहीं कर सकता है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लिए दस्तावेज
अगर आप इस महत्वपूर्ण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है तो आपको कुछ आवश्यक दस्तावेजों की सूची नीचे दी गई है उसे ध्यानपूर्वक पढ़ें –
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लिए आवेदन कैसे करें
यदि आप सरकार के द्वारा चलायी जा रही इस योजना / मिशन का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए निम्न स्टेप्स को फॉलो कर इससे जुड़ सकते है-
- सबसे पहले आपको नजदीकी राष्ट्रीय गोकुल मिशन या डायरी विभाग के कार्यालय जाना होगा।
- डायरी विभाग पर आने बाद आपको आपको योजना का आवेदन पत्र प्राप्त कर लेना है। आवेदन फॉर्म में पूछे सभी विवरण को सावधानीपूर्वक भरना होगा।
- इसके बाद मांगे गए सभी आवश्यक दस्तावेज साथ में सलग्न कर लेने है।
- सभी दस्तावेज और विवरण भरने के बाद आवेदन फॉर्म जिला डेयरी विभाग जमा कर देना है।
- पशुपालन और डेयरी विभाग के द्वारा आपके आवेदन फॉर्म की जांच की जाएगी और उसके बाद आपको ईमेल और मोबाइल नंबर के जरिए आगे की जानकारी बता दी जाएगी।
इस प्रकार हमने इस आर्टिकल में हमने आपको गोकुल मिशन स्कीम के बारे में बताया है।
FAQ: Rashtriya Gokul Mission
राष्ट्रीय गोकुल मिशन क्या है?
देश के सभी दुधारू पशुओं की नस्ल का विकास एवं बेहतर बनाने के लिए सरकार ने राष्ट्र गोकुल मिशन को शुरू किया है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन में कितना पैसा मिलता है?
इस योजना के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते है और सरकार की तरफ से दुधारू पशुओं स्थिति को बेहतर बनाने के लिए पशुपालन क्षेत्र बनाया गया है और पशुओं की सेवा करने वाले नागरिक को गोकुल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लिए आवेदन कैसे करें?
इस योजना में आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले राष्ट्र गोकुल मिशन की अधिकारिक वेबसाइट से आवेदन फॉर्म डाउनलोड करना है और उसे भरकर डेरी और पशुपालन विभाग में जमा कर देना है।