UP Mukhyamantri Baal Seva Yojana 2023: प्रत्येक राज्य सरकार के महिला और बाल विकास विभाग के द्वारा ऐसी योजनाएं लागू की जाती हैं जिनका उद्देश्य बच्चो और महिलाओं को सशक्त बनाना होता है और ये प्रयास करना होता है कि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बने ताकि उन्हें किसी और पर आश्रित ना रहना पड़े। इसी उद्देश्य से यूपी राज्य सरकार द्वारा बच्चो के लिए एक कल्याणकारी योजना की शुरुआत की गई है जिसे मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का नाम दिया गया है।
जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे देश में Covid 19 का दौर बड़ा भयानक रहा है। इस दौर में कई लोगों की जान चली गई और बहुत सारे बच्चे अनाथ भी हो गए। यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को उन बच्चो के लिए ही शुरू किया गया है जो कोरोना काल में अनाथ हो गए थे। ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता और अभिभावकों की मृत्यु कोरोना के कारण हो चुकी है उन्हें सरकार इस योजना के अंतर्गत 4 हजार रूपए प्रति माह की वित्तीय सहायता दे रही है और साथ ही बालिकाओं के विवाह और आश्रय का जिम्मा भी उठा रही है।
इस आर्टिकल में हम आपको उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है? इस योजना का लाभ क्या है? इसकी पात्रता क्या है? इस योजना के तहत कौन से दस्तावेज जमा करने होंगे? मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कैसे करें? आदि सवालों के जवाब उपलब्ध कराने वाले हैं। इसलिए कृपया आप इस आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तर प्रदेश 2023
Mukhyamantri Baal Seva Yojana, उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई है। इस योजना के तहत उन्होंने कोरोना काल में अनाथ होने वाले बच्चों की शिक्षा और बालिकाओं के विवाह का जिम्मा उठाया है। वे बच्चे जिनके अभिभावक की covid 19 की वजह से मृत्यु हो चुकी है, उन्हें सरकार हर महीने 4 हजार रूपए तक की वित्तीय सहायता देने वाली है जो कि हर तीन महीने में पात्र बच्चो को प्राप्त होगी, अर्थात प्रति तिमाही उन्हें 12 हजार रूपए तक की वित्तीय सहायता मिलेगी।
इसके अतिरिक्त अवस्क बालिकाओं की शिक्षा और विवाह के लिए भी सरकार योगदान देगी। सरकार ने यह भी घोषणा की है कि वे बालिकाओं के विवाह के लिए एक लाख एक हजार रूपए तक की वित्तीय सहायता इस योजना के तहत उपलब्ध कराएंगे और पात्र बालक – बालिकाओं को प्रोफेशनल एजुकेशन के लिए लैपटॉप भी प्रदान किए जाएंगे।
UP Mukhyamantri Baal Seva Yojana 2023 Overview
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने covid 19 के दौरान अनाथ हुए बच्चो के लिए एक कल्याणकारी योजना की शुरुआत की है जिस मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कहा जाता है, इस योजना के तहत पात्र बच्चो को सरकार वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली है। आइए इस योजना से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण और संक्षिप्त जानकारी प्राप्त कर लेते हैं –
योजना का नाम | यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना |
शुरू किया गया | योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा |
विभाग | बाल कल्याण समिति उत्तर प्रदेश |
लाभार्थी | यूपी राज्य के वे बच्चे जो कोरोना के दौर में अपने अभिभावकों को खो चुके है। |
उद्देश्य | कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों का संरक्षण करने के लिए उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना। |
लाभ | पात्र बच्चो को 4 हजार रुपए प्रति माह तक की वित्तीय सहायता प्राप्त होगी। |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
वर्ष | 2023 |
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ ऑफलाइन |
ऑफिशियल वेबसाइट | जल्द शुरू की जाएगी। |
यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उद्देश्य क्या है
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा UP Mukhyamantri Baal Seva Yojana को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य कोरोना काल में अनाथ होने वाले बच्चों को एक आश्रय प्रदान करना है ताकि वे अपनी आम जरूरतों को पूरा कर सके। इस योजना के तहत सरकार हर पात्र बच्चे को तीन महीने में 12 हजार रूपए तक की वित्तीय सहायता दे रही है ताकि उनकी शिक्षा और विवाह आदि में व्यवधान ना आए, इससे पात्र बच्चो को संरक्षण मिलेगा और उन्हें किसी अन्य व्यक्ति पर आश्रित भी नहीं रहना पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ क्या है?
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत बहुत सारे लाभ मिलते हैं जैसे कि –
- वे बच्चे जो कोरोना वायरस के कारण अपने अभिभावकों को खो चुके हैं उन्हें इस योजना के अंतर्गत 4 हजार रूपए प्रति माह की सहायता राशि दी जाएगी जिससे उन्हें अपनी शिक्षा जैसी आम जरूरतों के लिए किसी पर निर्भर ना रहना पड़े।
- यह लाभ बच्चो को हर तीन महीने में मिलेगा, यानि 12 हजार रुपए की राशि एक साथ दी जाएगी।
- यह सहायता राशि पात्र बच्चो को 18 वर्ष की आयु होते तक प्राप्त होगी।
- वे बालिकाएं जो कोरोना वायरस के कारण अपने अभिभावकों को खो चुकी हैं उनके विवाह के लिए सरकार द्वारा एक लाख एक हजार रूपए की सहायता दी जाएगी।
- 9 वीं कक्षा या इससे ऊपर की कक्षा में पढ़ने वाले वे विद्यार्थी जो प्रोफेशनल एजुकेशन लेना चाहते है उन्हें सरकार की ओर से लैपटॉप प्रदान किया जाएगा।
- 10 वर्ष या इससे कम आयु के बच्चे जिनके कोई रिश्तेदार नहीं है, उनके लिए सरकार राजकीय बाल गृह में आवास प्रदान करेगी।
- नेगेटिव कोविड रिपोर्ट आने बाद पोस्ट कोविड़ में अभिभावक की मृत्यु होने पर भी सरकार योजना का लाभ देगी।
- इस योजना के तहत अवयस्क लड़कियों को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, प्रदेश सरकार द्वारा चालित राजकीय बाल गृह और अटल आवासीय विद्यालय के द्वारा शिक्षा और आवास प्रदान किया जाएगा।
Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2023 में आवेदन करने की पात्रता
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना जो यूपी राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाई जा रही है, के तहत आवेदन करने के लिए कुछ पात्रता का ध्यान रखना होगा, आइए जानते हैं कि इस योजना के तहत आवेदन करने की पात्रता क्या है –
- यदि आपको इस योजना के तहत आवेदन करना है तो यह जरूरी है कि आप यूपी के मूल निवासी हों।
- जिन बच्चों के माता – पिता की मृत्यु कोरोना वायरस के कारण हो चुकी है, उन्हें ही इस योजना का लाभ मिलेगा।
- 10 साल या उससे छोटे बच्चे, जिनका कोई रिश्तेदार ना हो, उनको भी इस योजना के तहत पात्र माना गया है।
- इस योजना के तहत सरकार जो लैपटॉप दे रही है, वह 9वी या इससे ऊपर कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को मिलेगा।
- माता – पिता की मृत्यु होने के 2 साल के अंदर इस योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करना होगा, तभी इस योजना का लाभ मिल पाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज कौन से हैं?
Mukhyamantri Baal Seva Yojana के तहत यदि आपको आवेदन करना है तो आपको कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, यहां नीचे उन जरूरी दस्तावेजों की सूची दी गई है जिन्हें आवेदन करते समय आवेदक फॉर्म के साथ अटैच करना होता है –
- माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र (अगर दोनों की मृत्यु हो गई हो तो दोनों का)
- आधार कार्ड (आवेदक का)
- राशन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र (यदि माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई हो तो इसकी आवश्यकता नहीं होगी)
- बैंक पासबुक कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें ?
यदि आप उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि अभी इस योजना के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं हुई है, जल्द ही सरकार UP Mukhyamantri Baal Seva Yojana 2023 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराएगी जिसके बाद आप ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
इसके अतिरिक्त यदि आप चाहें तो यूपी बाल सेवा योजना के तहत ऑफलाइन आवेदन करके इस योजना का लाभ ले सकते हैं, ऑफलाइन आवेदन करने की संपूर्ण प्रक्रिया नीचे दी जा रही है –
- यूपी सीएम बाल सेवा योजना 2023 के तहत आवेदन करने के लिए पहले आपको संबंधित कार्यालय में जाना होगा। यदि आप ग्रामीण क्षेत्र के निवासी हैं तो विकास पंचायत अधिकारी, विकासखंड, जिला प्रमोशन अधिकारी के कार्यालय में जाइए और यदि आप शहरी क्षेत्र के निवासी हैं तो लेखपाल, तहसील या जिला प्रोबेसन अधिकारी के कार्यालय में जाइए।
- इसके बाद संबंधित अधिकारी से मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आवेदन पत्र की मांग कीजिए।
- आवेदन पत्र को सही से भर लीजिए और सारे जरूरी दस्तावेजों को अटैच करके सबमिट कर दीजिए।
- बाल कल्याण समिति और जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा आपके द्वारा दिए गए कागजातों का सत्यापन होगा जिसके बाद पात्र बच्चो का चयन किया जाएगा।
- इसके बाद 15 दिन के अंदर आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और सब कुछ ठीक होने पर आपको इस योजना का लाभ मिलने लगेगा।
FAQs – UP Mukhyamantri Baal Seva Yojana 2023
प्रश्न 1. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है?
उत्तर: Mukhyamantri Baal Seva Yojana यूपी सरकार द्वारा चलाई जा रही वह योजना है जिसके तहत सरकार उन बच्चो को 4 हजार रुपए तक की वित्तीय सहायता दे रही है जिन्होंने कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो दिया है।
प्रश्न 2. यूपी बाल सेवा योजना का लाभ किसे मिलेगा?
उत्तर: यूपी बाल सेवा योजना का लाभ उन बच्चो को मिलेगा जिनके माता-पिता (दोनों या किसी एक की) की कोरोना की वजह से मृत्यु हो गई है।
प्रश्न 3. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आवेदन कैसे करें?
उत्तर: मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आवेदन करने के लिए अभी ऑफिशियल वेबसाइट जारी नहीं की गई है किन्तु आप ग्राम पंचायत/नगर निगम में जाकर ऑफलाइन आवेदन फार्म भर सकते हैं और इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।