हरियाणा चारा-बिजाई योजना | Haryana Chara Bijai Yojana Application Form | हरियाणा 10000 चारा योजना |
हरियाणा सरकार के कृषि मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल द्वारा हाल ही में गोशालाओं को चारा देने के लिए व आपूर्ति करने वाले किसानों को रूपये 10000/- प्रति एकड़ (अधिकतम 10 एकड़) के हिसाब से सब्सिडी देने के लिए हरियाणा चारा बिजाई योजना 2022 शुरू की है। सरकार का इस योजना को शुरू करने का उदेश्य आवारा पशुओं व चारे की कमी की पूर्ति करना है। किसानों को मिलने वाली सब्सिडी उन्हें सीधे DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
देश के किसानों और पशुपालकों के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर अनेक योजनाएं चलायी जाती है, जिससे की उनका आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधर हो सके। हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के किसानों व पशुपालकों के लिए हाल ही में एक ऐसी योजना हरियाणा चारा बिजाई योजना 2024 शुरू की है। इस आर्टिकल में हमने आपको चारा बिजाई योजना के बारे में बताया है, यह योजना केवल राज्य के किसानों व पशुपालकों के लिए है।
हरियाणा चारा-बिजाई योजना 2024
हरियाणा सरकार ने 10 मई 2022 को हरियाणा चारा-बिजाई योजना का शुभारम्भ किया | इस योजना के फलस्वरूप राज्य के किसानों को 10 एकड़ भूमि तक चारा उगाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से 10000/- प्रति एकड़ की दर से वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी | लेकिन यह सहायता केवल उन्ही किसानों को प्रदान की जायेगी जो आपसी सहमति से गौशालाओं को चारा उपलब्ध कराते है |
हरियाणा सरकार ने यह योजना इसलिए लागू की है ताकि पशुपालन संचालन में वृद्धि हो सके और पशुओं को गौशाला में ही चारा उपलब्ध हो सके | पशुपालकों को पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करने के लिए कहीं जाना ना पड़े | इस योजना के संचालन से प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा मिलेगा | इस योजना के अंतर्गत लाभ की राशि DBT के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में स्थानांतरित हो जायेगी |
Haryana Chara Bijai Yojana Overview 2024
योजना | चारा-बिजाई योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | राज्य सरकार द्वारा |
राज्य का नाम | हरियाणा |
साल | 2024 |
लाभार्थी | हरियाणा राज्य के किसान और पशुपालक |
उद्देश्य | किसानों और पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन / ऑफलाइन। |
वेबसाइट | http://agriharyana.org/ |
हरियाणा चारा योजना के उद्देश्य
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य है राज्य के सभी किसान और पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना जिससे की उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके और वे अपने परिवार का पालन-पोषण अच्छे से कर सके |
- इस योजना के तहत राज्य के सभी किसान और पशुपालक सशक्त बनेंगे |
- इस योजना के तहत अब पशुपालकों को अपने पशुओं के लिए चारे को लेकर इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा क्योंकि गौशाला में ही उन्हें चारा उपलब्ध करा दिया जाएगा |
- यह योजना किसानों और पशुपालकों के लिए अत्यंत ही लाभकारी है क्योंकि इस योजना से किसान और पशुपालक आत्मनिर्भर बनेंगे और उनका जीवन-स्तर भी अच्छा होगा |
हरियाणा चारा-बिजाई योजना के लाभ
- हरियाणा में वर्तमान में गोशालाओं की संख्या 600 हो गयी है, इनकी संख्या वर्ष 2017 में मात्र 175 थी। इन गोशालाओं में आवारा पशुओं को रखा जाता है। पिछले कुछ वर्षों में इनकी संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। जिस वजह से इन गोशालाओं में काफी भीड़भाड़ रहती है।
- गोशालों के पशुओं के गोबर से फास्फेट युक्त जैविक खाद प्रयोग रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर किया जा सकता है।
- हरियाणा के किसानों के लिए आय का एक अतिरिक्त साधन बन जायेगा। सरकार द्वारा अप्रैल माह में 569 गोशालाओं के लिए चारा खरीदने के लिए 13.44 करोड़ रुपये खर्च किये है।
- हरियाणा चारा-बिजाई योजना हरियाणा राज्य सरकार द्वारा राज्य के सभी किसानों और पशुपालकों के लिए आरम्भ की गयी है |
- इस योजना के द्वारा किसानों को प्रति एकड़ 10000/- रूपए की आर्थिक सहायता 10 एकड़ भूमि पर चारा उगाने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी |
- इस योजना के लिए केवल वही किसान पात्र होंगे जो आपसी सहमति से पशुपालकों को चारा उपलब्ध कराएँगे |
- इस योजना के तहत मिलने वाली राशि सीधे किसानों के खाते में डीबीटी से माध्यम से स्थानांतरित की जायेगी |
- इस योजना के संचालन से पशुपालन में काफी सहायता मिलेगी | इसके अलावा प्राकृतिक खेती को भी इस योजना के तहत बढ़ावा मिलेगा |
- इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसान और पशुपालक आर्थिक और सामाजिक तौर पर आत्मनिर्भर बन सकेंगे |
- हरियाणा चारा बिजाई योजना के द्वारा किसानों और पशुपालकों के रहन-सहन के स्तर में सुधार होगा |
- इस योजना के संचालन से अब किसान चारे की बुवाई के लिए प्रयास करेंगे और पशुपालन के क्षेत्र में अपना योगदान दे सकेंगे |
चारा बिजाई योजना के लिए पात्रता
हरियाणा चारा-बिजाई योजना के लिए निम्नलिखित पात्रता का होना आवश्यक है, जो इस प्रकार है:
- इस योजना के पात्र सिर्फ हरियाणा राज्य के किसान और पशुपालक ही है |
- इस योजना के पात्र सिर्फ वही किसान है जो पशुपालकों की गौशालाओं के लिए चारा उपलब्ध कराएँगे |
- इस योजना के पात्र किसान और पशुपालकों के पास आधार कार्ड, बैंक खाता, मूल निवास प्रमाण पत्र इत्यादि दस्तावेज होने चाहिए |
- इस योजना के पात्र किसानों के पास चारा उगाने के लिए कम से कम 10 एकड़ भूमि होनी अनिवार्य है |
चारा-बिजाई योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
हरियाणा चारा-बिजाई योजना के लिए आवश्यक दस्तावेजों निम्न है –
- आधार कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- ईमेल आईडी
हरियाणा चारा-बिजाई योजना 2024 के लिए आवेदन प्रक्रिया
अभी हाल ही में हरियाणा सरकार द्वारा इस योजना की घोषणा की गयी है। इस योजना के लिए फ़िलहाल कोई आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च नहीं की है, जल्द ही इस सम्बन्ध में सरकार द्वारा अपडेट कर दिया जाएगा। जो भी किसान और पशुपालक इस तहत आवेदन करना चाहते है, उन्हें अभी थोड़ा और इन्तजार करने की आवश्यकता है | राज्य सरकार द्वारा बहुत जल्द इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट लांच कर दी जाएगी |
चारा आवागमन पर रोक नहीं
हरियाणा राज्य के कृषि मंत्री ने यह सुनिश्चित किया है की चारे के आवागमन पर कोई रोक नहीं लगाई जायेगी बशर्ते वह एक जिले से दूसरे जिले में हो। एक राज्य से दूसरे राज्य में चारे के आवागमन पर फिलहाल सरकार विचार कर रही है | क्योंकि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है की गौशालाओं में चारे की किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे |
किसानों को समय पर बीमा क्लेम देना
अगर किसी किसान की फसल प्राकृतिक आपदा या किसी कारणवश ख़राब हो जाती है तो इस समस्या के समाधान के लिए कृषि मंत्री ने कृषि विभाग और बीमा कंपनी के अधिकारीयों को निर्देश दिए है के वे जमीन, फसल नुकसान, समय पर प्रीमियम भरना इत्यादि की जानकारी के आंकड़ों को सही तरीके से प्रस्तुत करे और साथ ही उन्होंने यह भी आदेश दिए है की किसानों को समय पर और पारदर्शी तरीके से बीमा क्लेम का लाभ प्राप्त हो |
प्रश्न 1 – चारा खरीदने से संबधित चारा बिजाई योजना अभी हाल ही में किस राज्य सरकार द्वारा शुरू की गयी है?
उत्तर – चारा खरीदने से संबधित चारा बिजाई योजना अभी हाल ही में हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गयी है। सरकार किसानों को इस योजना के अंतर्गत चारा खरीदने के लिए प्रति एकड़ दस हजार रुपये सहायता राशि देगी।