Doodh Ganga Yojana 2024: खुद का बिजनेस करना चाहते हैं तो हिमाचल प्रदेश की सरकार आपको ₹300000 का लोन बहुत ही कम ब्याज दर पर दे रही है। केंद्र सरकार और देश के अनेक राज्य सरकार किसानों, मजदूरों वर्ग और पशु पालकों की सहायता के लिए कई प्रकार की योजनाएं संचालित कर रही है। हिमाचल प्रदेश की सरकार भी एक ही ऐसी ही योजना लेकर आई है जिसका नाम दूध गंगा योजना है।
अगर आप खुद का बिजनेस करने का मन बना रहे हैं तो सरकार की इस डेयरी फार्मिंग बिजनेस लोन योजना के अंतर्गत आवेदन करके खुद का रोजगार शुरू कर सकते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको इस योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
Doodh Ganga Yojana 2024 क्या है
हिमाचल प्रदेश राज्य का कोई भी किसान,आम आदमी या पशुपालक इस योजना के अंतर्गत डेयरी फार्मिंग का बिजनेस करना चाहता है तो सरकार उसे ₹3000000 की आर्थिक मदद करेगी। सरकार आपको एक डेयरी फार्म खोलने के लिए यह राशि बहुत ही कम ब्याज दर पर आपको उपलब्ध करवा रही है। इस योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश का कोई भी किसान, पशुपालक, युवा व्यक्ति अथवा महिला खुद के स्वरोजगार के तहत यह बिजनेस शुरू कर सकती है।
इस योजना के अंतर्गत बैंक और नाबार्ड आपको यह लोन राशि प्रदान करने में मदद कर रहे हैं। जब आप यह लोन समय पर पूरा चुकाते हैं तो आपको इसमें बहुत ही अच्छी सब्सिडी भी प्राप्त होती है जिससे आपका लोन ब्याज मुक्त हो जाएगा।
दूध गंगा योजना 2024 संक्षिप्त विवरण
योजना का नाम | Doodh Ganga Yojana 2024 |
योजना की शुरुआत कब हुई | 2010 |
योजना का विभाग | भारत सरकार, पशुपालन विभाग |
लाभार्थी | दुग्ध उत्पादन करने वाले लोग |
लाभ | 30 लाख रूपये |
ऑफिसियल वेबसाइट | hpagrisnet.gov.in |
साल | 2024 |
Doodh Ganga Yojana के उद्देश्य
हिमाचल प्रदेश सरकार का उद्देश्य इस योजना के अंतर्गत 10000 स्वयं सहायता ग्रुप को जोड़ना है जिसके माध्यम से 50000 से भी अधिक ग्रामीण परिवारों को रोजगार मिलेगा। इस बिजनेस के माध्यम से सब की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और लोग आत्मनिर्भर और सशक्त बनकर अपना जीवन यापन कर पाएंगे।
दूध उत्पादन से जुड़े हुए किसान, पशुपालक लोगों को इस योजना के आने से बहुत सुविधा प्राप्त होगी। पुराने तरीके से दुग्ध उत्पादन की पद्धतियों को नई तकनीक में बदला जाएगा जिससे ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त किया जा सके।
इस योजना के अंतर्गत पशु पालकों को दुधारू पशु खरीदने, उनकी देखभाल करने और उनसे अधिक से अधिक दुग्ध उत्पादन करने के बारे में प्रोत्साहित किया जाएगा। जिससे दूध गंगा योजना के अंतर्गत लोग अपना दूध का उत्पादन बढ़ाकर अच्छा डेयरी बिजनेस सेटअप कर सकें।
Doodh Ganga Yojana में कितना लोन मिलेगा
- अगर कोई किसान मिनिमम 2 से 10 दुधारू पशु खरीदना चाहता है तो दूध गंगा योजना के तहत उसे ₹500000 का लोन मिलेगा।
- किसान अगर 5 से 10 बछड़े का पालन करती है तो सरकार की तरफ से उसे ₹480000 का लोन उपलब्ध होगा।
- सरकार द्वारा दूध बेचने के लिए डेयरी बूथ का निर्माण करने हेतु ₹56000 का लोन मिलेगा।
- पशुपालकों को दूध उत्पादन करने के बाद उसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए कोल्ड चैन की सुविधा हेतु और परिवहन की सुविधा हेतु सरकार ₹2400000 का लोन दे रही है।
- अगर आप इस बिजनेस के तहत मिल्क टेस्टर, मिल्किंग मशीन और मिल्क कूलर 2000 लीटर की मशीन खरीदना चाहते हैं तो सरकार की तरफ से आपको 1800000 रुपए का लोन मिलेगा।
- किसान अगर रहने के लिए जगह खरीदना चाहता है तो इस योजना के अंतर्गत ₹180000 का लोन मिलेगा।
- किसान अगर मोबाइल यूनिट शुरू करना चाहता है तो दूध गंगा योजना के तहत उन्हें ₹240000 का लोन मिलेगा।
प्राप्त लोन पर कितनी सब्सिडी मिलेगी?
इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा आपको डेयरी फार्मिंग का बिजनेस शुरू करने के लिए बहुत ही कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करवाया जाता है। सामान्य वर्ग के लोगों को इस लोन पर 25% की सब्सिडी मिलती है। वही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों को 33% तक की सब्सिडी मिलती है। अगर कोई भी किसान इस योजना के अंतर्गत देसी गाय खरीदता है तो उसे 20% और जर्सी गाय खरीदने पर 10% की सब्सिडी मिलती है।
Doodh Ganga Yojana के लाभ और विशेषताएं
- दूध गंगा योजना की शुरुआत हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में दुग्ध उत्पादन और पशुपालन के प्रोत्साहन के लिए की गई है।
- ग्रामीण स्तर पर दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिल रहा है।
- इस योजना के अंतर्गत आधुनिक तकनीक वाले डेयरी फार्म बनाए जा रहे हैं जिससे लोगों को स्वरोजगार मिल रहा है।
- हिमाचल प्रदेश के अंदर जितने भी पुरानी पद्धति के डेयरी फार्म है इस योजना के अंतर्गत उन्हें आधुनिक डेयरी फार्म में बदला जाएगा, जिससे ज्यादा मात्रा में और स्वच्छ दूध का उत्पादन किया जा सके।
- छोटे पशुपालक और किसानों के लिए यह योजना बहुत लाभदायक है, क्योंकि इस योजना के अंतर्गत उत्तम नस्ल के दुधारू पशु खरीद पाएंगे और दुग्ध उत्पादन कर पाएंगे।
- सामान्य वर्ग के लोगों को इस योजना के अंतर्गत मिले लोन पर 25% की सब्सिडी दी जा रही है।
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों को इस योजना के अंतर्गत 33% की सब्सिडी दी जा रही है।
- इस योजना के अंतर्गत 10000 से भी अधिक स्वयं सहायता ग्रुप को जोड़ा जाएगा, जिससे 50000 से भी अधिक परिवारों को रोजगार मिलेगा।
- कोई भी किसान अथवा पशुपालक इस योजना के अंतर्गत देसी गाय खरीदता है तो उसे 20% की सब्सिडी मिलती है।
- इस योजना के अंतर्गत कोई भी पशुपालक अथवा किसान जर्सी गाय खरीदता है तो उसे 10% की सब्सिडी मिलती है।
Doodh Ganga Yojana की पात्रता
- इस योजना का लाभ सिर्फ हिमाचल प्रदेश के स्थाई व्यक्ति ही उठा पाएंगे।
- इस योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता ग्रुप, दुग्ध संगठन, कंपनी, गैर सरकारी संगठन आदि लाभ उठा सकते हैं।
- एक ही परिवार के अलग-अलग लोग इस योजना का अलग-अलग लाभ उठा सकते हैं और अपनी अलग-अलग यूनिट स्थापित कर सकते हैं।
Doodh Ganga Yojana के आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट की डिटेल्स
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- स्कैन किया गया सिग्नेचर
Doodh Ganga Yojana के तहत ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
दूध गंगा योजना के तहत अगर आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो नीचे हम आपको इसके बारे में स्टेप बाय स्टेप जानकारी दे रहे हैं। आपको इसे ध्यानपूर्वक अंत तक फॉलो करना है।
- सबसे पहले आपको इस योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट करना होगा।
- यहां पर होमपेज के ऊपर आपको दूध गंगा योजना का लिंक नजर आएगा उस पर क्लिक करें।
- उसके बाद आपके सामने इस योजना से जुड़ा हुआ एक आवेदन फॉर्म खुल जाएगा।
- इस आवेदन फॉर्म में आपसे कई प्रकार की जानकारी मांगी जा रही है। आपको सभी जानकारी ध्यानपूर्वक दर्ज करनी है।
- उसके बाद आपको अपने सभी आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करनी है।
- आवेदन फॉर्म पूर्ण हो जाने पर आपको फाइनल सबमिट करना है।
- अंत में आपको इस आवेदन फॉर्म से जुड़े हुए रेफरेंस नंबर
- अथवा एप्लीकेशन आईडी मिलेगी उसे आपको अपने पास सुरक्षित रख लेना है।
- जब भी इस योजना में आवेदन प्रक्रिया शुरू हो आप इस प्रोसेस को फॉलो कर सकते हैं।
- जब इस योजना के अंतर्गत आवेदन नहीं हो रहे होंगे उस दौरान यह प्रक्रिया काम नहीं करेगी।