यूपी जनसंख्या कानून 2022-24: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए यूपी जनसंख्या कानून को शुरू किया गया है। जैसा कि आप सभी जानते हैं उत्तर प्रदेश राज्य की जनसंख्या अन्य राज्यों से अधिक है। ऐसे में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लागू करना आवश्यक हो जाता है। इस जनसंख्या कानून के तहत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दो से अधिक बच्चे लाने पर अभिभावकों को विभिन्न प्रकार की सरकारी सुविधाओं से वंचित रखने का प्रावधान किया गया है। साथ ही इस कानून का पालन करने वाले नागरिकों को विशेष प्रोत्साहन / सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी।
आगे इस लेख में हम आपको UP Jansankhya Kanoon 2022 (नई जनसंख्या नीति उत्तर प्रदेश) से संबंधित संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। जैसे यूपी जनसंख्या कानून प्रस्ताव क्या है, नई जनसंख्या नियंत्रण कानून के लागू होने पर नागरिकों को मिलने वाले लाभ, इस कानून को लागू करने का उद्देश्य आदि। यदि आप यूपी जनसंख्या कानून के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के इच्छुक है तो कृपया हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
यूपी जनसंख्या कानून प्रस्ताव क्या है?
राज्य में तेजी से बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यूपी नई जनसंख्या नीति को तैयार किया गया है। राज्य विधि आयोग द्वारा यूपी जनसंख्या कानून प्रस्ताव को आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है ताकि उत्तर प्रदेश की जनता इस प्रस्ताव को पढ़ सके। यूपी जनसंख्या कानून प्रस्ताव के तहत दो या दो से कम बच्चे वाले अभिभावकों को विभिन्न सरकारी सुविधाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। और दो से अधिक बच्चे की स्थिति में अभिभावकों को सरकारी नौकरी से लेकर स्थानीय चुनाव लड़ने तक से वंचित कर दिया जाएगा।
राज्य सरकार द्वारा जनसंख्या कानून प्रस्ताव को लागू करने पर राज्य के नागरिकों को भी लाभ प्राप्त होगा। इस नई जनसंख्या निति का राज्य के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। यूपी जनसंख्या कानून के तहत बढ़ती हुई जनसंख्या के नियंत्रण में सरकार की सहायता करने वाले व इस कानून का पालन करने वाले लोगों को विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा। जिसके बारे में आगे हम आपको विस्तारपूर्वक बताने वाले है।
UP Jansankhya Kanoon 2024 Overview
आर्टिकल का नाम | यूपी जनसंख्या कानून |
शुरू किया गया | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा |
लाभार्थी | यूपी के सभी नागरिक |
उद्देश्य | राज्य की जनसंख्या को नियंत्रित करना |
लाभ | दो या दो से कम बच्चों वाले अभिभावकों को विशेष प्रोत्साहन। |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
वर्ष | 2022-23 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://upslc.upsdc.gov.in/ |
यूपी नई जनसंख्या नियंत्रण कानून कब लागू किया जाएगा
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यदि इस बिल को सदन में पास करा दिया जाता है तो यूपी जनसंख्या नियंत्रण विधेयक राजपत्र में प्रकाशन की तिथि से एक साल बाद लागू कर दिया जाएगा। इस जनसंख्या कानून के अंतर्गत प्रत्येक जोड़े को एक विवाहित जोड़े के रूप में गिना जाएगा। इस नई जनसंख्या नीति के तहत उत्तर प्रदेश राज्य के एक या दो बच्चे वाले सभी नागरिकों को इसका लाभ प्रदान किया जाएगा।
यूपी जनसंख्या कानून का उद्देश्य
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यूपी जनसंख्या नीति को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य में बढ़ती हुई जनसंख्या को नियंत्रित करना है। उत्तर प्रदेश राज्य की आबादी को देखते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून को लागू करना जरुरी है। राज्य की जनसंख्या को नियंत्रित करने में UP Jansankhya Kanoon का एक बड़ा योगदान रहेगा। इससे उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों को भी फायदा होगा। जनसंख्या नीति प्रदेश के विकास एवं राज्य में गरीबी को कम करने में भी कारगर साबित होगी।
यूपी जनसंख्या कानून 2022 के लाभ एवं विशेषताएं
- राज्य विधि आयोग द्वारा यूपी नई जनसंख्या नीति प्रस्ताव को तैयार किया गया है।
- इस जनसंख्या कानून प्रस्ताव में उत्तर प्रदेश राज्य की बढ़ती हुई जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए कानूनी सुझाव दिए गए हैं।
- इस प्रस्ताव के अंतर्गत दो या दो से कम संतान वाले अभिभावक विभिन्न प्रकार की सरकारी सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
- साथ ही दो से अधिक संतान वाले अभिभावकों को सरकारी योजनाओं एवं अन्य सरकारी सुविधाओं के लाभ से वंचित कर दिया जाएगा।
- यूपी जनसंख्या नीति को लागू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य जनसंख्या नियंत्रण करना है।
- इससे राज्य में गरीबी को भी कम किया जा सकेगा और राज्य का विकास होगा।
यूपी नई जनसंख्या नियंत्रण कानून के अंतर्गत प्रोत्साहन
UP जनसंख्या कानून प्रस्ताव को लागू करने पर इस कानून का पालन करने वाले सभी नागरिकों को विभिन्न प्रकार की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। जो निम्नलिखित है –
सरकारी नौकरी वालों के लिए प्रोत्साहन (दो बच्चा)
- ऐसे सरकारी कर्मचारी जिनके दो संतान होंगे, उन्हें राज्य सरकार द्वारा सर्विस पूर्ण करने के दौरान दो वेतन में वृद्धि का लाभ प्रदान किया जाएगा।
- साथ ही बच्चे के जन्म पर 12 महीने का अवकाश पूरे वेतन एवं भत्ते के साथ दिया जाएगा।
- जीवनसाथी को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा एवं जीवन बीमा सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
- व्यक्ति को घर खरीदने पर सब्सिडी एवं घर का निर्माण करवाने के लिए कम ब्याज दर पर सॉफ्ट लोन भी सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
- इसके अतिरिक्त नेशनल पेंशन स्कीम के तहत एंपलॉयर कंट्रीब्यूशन फंड में 3% की वृद्धि का भी लाभ प्रदान किया जाएगा।
सरकारी कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन (एक बच्चा)
- सर्विस पूर्ण होने तक 2 अतिरिक्त वेतन वृद्धि का लाभ।
- इसके अंतर्गत सरकार द्वारा बच्चे को 20 साल की उम्र तक मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा एवं बीमा कवरेज का लाभ प्रदान किया जाएगा।
- बच्चे को स्नातक स्तर (ग्रेजुएशन) तक मुफ्त शिक्षा का लाभ एवं विभिन्न शिक्षण संस्थानों में नामांकन के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।
- इसके अतिरिक्त बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी।
- साथ ही सरकारी नौकरी में प्राथमिकता भी दिया जाएगा।
- एक बच्चे वाले सरकारी कर्मचारियों को राज्य सरकार द्वारा चार अतिरिक्त इंक्रीमेंट भी दिया जाएगा।
आम नागरिकों को होने वाले फायदे (प्रोत्साहन)
- एक बच्चा होने पर बीपीएल श्रेणी में आने वाले परिवारों को सरकार द्वारा विभिन्न प्रोत्साहन व सुविधाएँ प्रदान की जाएगी।
- घर के निर्माण के लिए कम ब्याज दर पर सॉफ्ट लोन उपलब्ध कराया जाएगा।
- बिजली, पानी, गृह कर आदि पर विशेष छूट दी जाएगी।
- एक बच्चा होने के बाद ऑपरेशन कराने वाले अभिभावकों को प्रोत्साहन राशि भी प्रदान किया जाएगा। लड़के के लिए ₹80000 और लड़की के लिए एक लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- बच्चे को 20 साल की आयु पूरी होने तक मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं एवं बीमा कवरेज प्रदान किया जाएगा।
- बच्चे को विभिन्न शिक्षण संस्थानों में एडमिशन के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।
- इसके अतिरिक्त बच्चे को स्नातक स्तर तक मुफ्त शिक्षा का लाभ भी दिया जायेगा।
- साथ ही लड़कियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) प्रदान की जाएगी।
- एक बच्चे की स्थिति में सरकारी नौकरी में भी प्राथमिकता दी जाएगी।
यूपी जनसंख्या नियंत्रण कानून का पालन न करने पर होने वाले नुकसान
यदि उत्तर प्रदेश राज्य का कोई नागरिक यूपी जनसंख्या कानून का पालन नहीं करता है तो इससे उन्हें होने वाले नुकसान निम्नलिखित है –
- दो से अधिक बच्चे होने की स्थिति में अभिभावकों को किसी भी प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाएगा।
- साथ ही वह सरकारी नौकरी के लिए आवेदन भी नहीं कर पाएंगे।
- राशन कार्ड में भी चार से अधिक सदस्य शामिल नहीं किया जा सकेगा।
- जिनके दो से अधिक संतान होंगे उन्हें स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने से भी वंचित कर दिया जाएगा।
जनसंख्या नियंत्रण कानून के कार्यान्वयन हेतु सरकार का दायित्व
यूपी नई जनसंख्या कानून के लागू होने पर सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की दायित्वों को पूरा किया जायेगा, जो निम्नलिखित है –
- गर्भावस्था, प्रसव, जन्म एवं मृत्यु का पंजीकरण सुनिश्चित करना।
- परिवार नियोजन पध्दति के बारे में लोगों को जागरूक करना।
- राज्य की गर्भवती महिलाओं को आयरन एवं विटामिन की कैप्सूल उपलब्ध कराना।
- बच्चों का समय पर टीकाकरण करना एवं लोगों तक छोटे परिवार के फायदे के बारे में जानकारी पहुंचाना।
- राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसूति केंद्रों की स्थापना करना।
- अगर किसी कारणवश नसबंदी का ऑपरेशन सफल नहीं होता है तो इस स्थिति में ₹50000 का बीमा कवर प्रदान करना।
- नसबंदी ऑपरेशन के अभाव के कारण बच्चे का जन्म होने पर की स्थिति में यूपी जनसंख्या कानून का उल्लंघन नहीं माना जाएगा और दंपत्ति को इस कानून के अंतर्गत मिलने वाले सभी लाभ प्रदान किए जाएंगे।
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना में समय-समय पर संशोधन भी किया जाएगा।
बहु विवाह की स्थिति में विशेष प्रावधान
यूपी जनसंख्या नियंत्रण कानून के प्रस्ताव में बहु विवाह के लिए एक विशेष प्रावधान रखा गया है। इस कानून के लागू होने के पश्चात धार्मिक या पर्सनल लॉ के अंतर्गत एक से अधिक शादि करने वाले विवाहित जोड़े के लिए निर्धारित की गई प्रावधान के तहत यदि कोई पुरुष एक से अधिक शादी करता है और सभी पत्नियों से मिलाकर दो से अधिक बच्चे होते हैं तो इस स्थिति में पति को सभी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा लेकिन पत्नियों को सभी सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
यदि कोई महिला एक से अधिक विवाह करती है और सभी पतियों से मिलाकर दो से अधिक बच्चे होते हैं तो इस स्तिथि में महिला को सभी सुविधाओं से वंचित रखा जाएगा लेकिन पति को सभी सुविधाओं का लाभ प्रदान किया गया।
UP Jansankhya Kanoon से संबंधित कुछ प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1. नया जनसंख्या नियंत्रण कानून क्या है?
उत्तर. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए नया जनसंख्या नियंत्रण कानून प्रस्ताव को तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत दो से अधिक बच्चे होने पर अभिभावकों को विभिन्न प्रकार की सरकारी सुविधाओं से वंचित रखा जाएगा और एक या दो बच्चे की स्थिति में व्यक्ति को सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की सुविधाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा।
प्रश्न 2. क्या दो से अधिक संतान होने पर सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा?
उत्तर. जी हां ! दो से अधिक संतान होने की स्थिति में नागरिक को सभी सरकारी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा।