Chand Dharti Se Kitna Dur Hai: आपको याद होगा कि जानते है कि बचपन में हम चाँद को एक खिलौना मानते थे, हर कोई इसे खिलोने के लिए पाना चाहता था, और इसके साथ खेलना चाहता था। लेकिन जैसे जैसे हम बड़े होते जाते है, तो हमें चन्द्रमा अथवा चाँद के बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ जाती है। हमारे मन में अक्सर सवाल आता है, कि चाँद पृत्वी से कितना दूर होगा। क्या यह बहुत ही ज्यादा दूर है, हम चाँद तक जा सकते है। क्या कोई व्यक्ति चाँद पर भी गया होगा आदि। हमारा दिमाग में इस तरह के कहीं सवाल आते है। चाँद धरती से कितनी दूर है, यह सवाल कहीं लोगों को पता नहीं होता है।
इस आर्टिकल में हमने चाँद की पृथ्वी से दुरी व इससे संबधित अन्य तथ्यों के बारे में बात की है। क्यूंकि चाँद पर जाना व इसके बारे में जानने की उत्सुकता छोटों व बड़ों सबमे होती है। यहां हम जानेंगें कि क्या हम चाँद पर जा सकते है, क्या हम चाँद पर जमीन खरीद सकते है, धरती से चाँद की दुरी कितनी है, चाँद कितना बड़ा है आदि। इसीलिए कृपया आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
चाँद धरती से कितनी दूरी पर हैं?
आपने चाँद को तो रोज रात को अमावस्या को छोड़कर देखा ही होगा, यह हमें आकाश में एक बॉल की तरह दिखाई देता है। जब भी हम चन्द्रमा की और देख्नते है, तो हमें यह काफी नजदीक (पास) लगता है। लेकिन वास्तव में यह काफी दूर है। चाँद (चन्द्रमा) हमारे पृथ्वी (धरती) से लगभग 3,84,403 किलोमीटर व 238857 मील की दुरी पर स्थित है। दोस्तों चन्द्रमा (चाँद) धरती के चारों ओर चक्कर लगाता रहता है, जिस कारण व कभी धरती के पास व कभी दूर हो जाता है। इसीलिए चन्द्रमा व पृथ्वी के बीच की दुरी हमेशा एक समान नहीं होती है।
चंद्र के वजन की यदि बात की जाय तो यह लगभग 81 अरब तन है। चन्द्रमा लगातार धरती के चक्कर लगाता रहता है, और चन्द्रमा का खुद का प्रकाश नहीं है, यह केवल सूर्य की रोशनी से चमकता रहता है। यानि रात को लगने वाली चन्द्रमा की रोशनी इसकी स्वयं की नहीं होती है, बल्कि सूर्य की होती है। चाँद केवल रात के अँधेरे में दिखाई देता है। जबकि दिन में भी कहीं बार रहता है लेकिन सूर्य की रौशनी तेज होने के कारण यह दिखाई नहीं पड़ता है। चाँद पृथ्वी का उपग्रह है, ऐसे ही सौर मंडल के लगभग सभी ग्रहों के पर अपने चाँद है।
चाँद से धरती की दुरी | 384803 किमी |
प्रक्रमण समय | 27.321661 दिन |
औसत परिक्रमण गति | 1.022 किमी/सेकंड |
झुकाव | 5.145° क्रांतिवृत्त से (पृथ्वी की भूमध्य रेखा से 18.29° व 28.58° के बीच) |
चाँद के बारे में रोचक जानकारी
- चन्द्रमा के पास अपना खुद का प्रकाश नहीं है, यह केवल सूर्य की रोशनी से चमकता है।
- चाँद से धरती की दुरी लगभग 3 लाख 84 हजार किलोमीटर है।
- चंद्र का कुल वजन बहुत ज्यादा है, इसे रात को देखने पर काफी छोटा दिखाई देता है, जबकि इसका वजन लगभग 81 अरब टन है।
- चन्द्रमा की आकृति पृथ्वी से देखने में लगातार बदलती रहती है, ऐसा सूर्य और चंद्रमा के बीच धरती का होने कारण होता है।
- चन्द्रमा और सूर्य के बीच में पूरी तरह से धरती आने पर चंद्र ग्रहण (अमावस्या) लगता है, जबकि सूर्य और पृथ्वी के बीच पूरी तरह चन्द्रमा आने पर सूर्य ग्रहण (पूर्णिमा) होती है।
- चाँद की रोशनी पूर्णिमा के दिन काफी तेज होती है, यह अन्य दिनों की अपेक्षा लगभग 9 गुना अधिक होती है।
- चंद्रमाँ (चाँद) का केवल 59% हिस्सा ही हमेशा दिखाई देता है, जबकि बाकि पर हमेशा रात रहती है।
- चाँद के रोशनी वाले हिस्से का अधिकतम तापमान लगभग 180 डिग्री सेल्सियस एवं अँधेरे वाले भाग का लगभग -153 डिग्री सेल्सियस तापमान रहता है।
- चन्द्रमा पर उतरने वाले पहले दुनिया के पहले व्यक्ति नील आर्म स्ट्रांग थे। जो 1969 में चाँद पर उतरे थे।
- चाँद पर पानी की खोज करने वाला प्रथम देश भारत है।
चाँद से धरती कितनी दूर है, से संबधित पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1- चाँद (चन्द्रमा) हमारी धरती से कितनी दूरी पर स्तिथ है?क्या चाँद से धरती कैसी दिखाई देती है?
उत्तर – चाँद से धरती लगभग 384,403 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। यदि मील में गणना की जाय तो यह लगभग 238,857 मील है। हाँ चाँद से भी धरती छोटी चाँद की तरह दिखाई देती है।
प्रश्न 2 – क्या चंद्रमाँ पृथ्वी के चक्कर लगाता है?
उत्तर – हाँ, चाँद पृथ्वी के चक्कर लगाता रहता है। यही कारण है, कि चाँद व धरती के बीच की दुरी निश्चित नहीं है।
प्रश्न 3 – धरती का एक पूरा चक्कर लगाने में चाँद को कितना समय लगता है ?
उत्तर – धरती का एक पूरा चक्कर लगाने में चाँद को लगभग 1 महीने का समय लगता है।
प्रश्न 4 – किसी रॉकेट या यान से धरती से चाँद तक पहुंचने में लगभग कितना समय लगता है?
उत्तर – यदि कोई भी यान / रॉकेट लगातार चलता रहे तो लगभग 3 दिनों म चन्द्रमा तक पहुँच जायेगा।
प्रश्न 5 – चंद्रग्रहण क्या है, यह क्यों लगता है?
उत्तर – जैसा कि आप जानते होंगे कि धरती, चाँद व सूर्य लगातार अपने अक्ष पर चक्कर लगाते रहते है। लगातार घूमने की इस प्रक्रिया में जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है, तो सूर्य की रौशनी पृथ्वी चन्द्रमा तक जाने से रोक देता है। यही खगोलीय घटनाक्रम चंद्र ग्रहण कहलाता है।
प्रश्न 6 – क्या हम चाँद का वजन पता कर सकते है, चाँद का वजन कितना है ?
उत्तर – हाँ, आज के विज्ञान के युग में कुछ भी संभव है। विज्ञान के अनुसार चन्द्रमा का वजन लगभग 81 अरब टन तक हो सकता है।
प्रश्न 7 – क्या चन्द्रमा पर पानी है, चाँद पर पानी खोज किस देश ने की थी?
उत्तर – हाँ, चाँद पर पानी पाया गया है, इसकी खोज हाल वर्षों में भारत द्वारा की गयी थी।
प्रश्न 8 – चंद्रमाँ व पृथ्वी या अन्य किसी भी खगोलीय दुरी को किसके द्वारा मापा जाता है?
उत्तर – यदि हमें चाँद और धरती के बीच की दुरी को मापना हो तो इसके लिए रेडार यंत्र की मदद ली जाती है। इस यन्त्र के द्वारा अन्य खगोलीय दुरी को भी मापा जा सकता है।
प्रश्न 9 – क्या चाँद भी अपनी कक्षा पर घूमता है?
उत्तर – हाँ, चाँद भी अपनी कक्षा पर चक्कर लगाता है।
प्रश्न 10 – विश्व का पहला व्यक्ति कौन था, जो पहली बार चाँद पर उतरा था?
उत्तर – चाँद पर उतरने वाला विश्व का पहला व्यक्ति नील आर्म स्ट्रांग था, जिन्होंने 1969 में पहली बार चाँद पर कदम रखा था।
प्रश्न 11 – चन्द्रमा का कुल कितने प्रतिशत भाग पर रोशनी है?
उत्तर – हमें चन्द्रमा का कुल 59 प्रतिशत भाग पर सूर्य की रोशनी है, शेष भाग पर हमेशा अँधेरा रहता है।
प्रश्न 12 – Chand Dharti Se Kitna Dur Hai?
उत्तर – चाँद धरती से लगभग 3 लाख 84 हजार किमी दुरी पर स्थित है।
प्रश्न 13 – चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान (Chandrayan-3) उतारने वाला दुनिया का पहला देश कोन बना है?
उत्तर – भारत का Chandrayan-3 चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर सुरक्षित उतरने वाला पहला यान है। इस प्रकार भारत दुनिया का पहला देश बना जिसने यह किया है।
मुझे जानकारी चाहिए
Kya Chand per Insan ka jivan hai