Loan Recovery Rules in Hindi: लोन लेने की प्रक्रिया पहले की तुलना में अब बहुत आसान हो गई है। आजकल बहुत सारे बैंक और मोबाइल एप्लीकेशन आपको सिर्फ एक से 2 मिनट के अंदर ही पर्सनल लोन दे देते हैं। यह लोन लेने के बहुत सारे फायदे हैं लेकिन साथ में कुछ नुकसान भी जुड़े हुए हैं। कई बार आप लोन जरूरत पड़ने पर तुरंत ले लेते हैं लेकिन इसे चुकाने में आपको समस्या आ जाती है। ऐसी स्थिति में कई बार लोन कंपनी के एजेंट या बैंक के कर्मचारी आपसे लोन रिकवर करने के लिए आपको डराने यह धमकाने का काम भी कर देते हैं।
अगर आपके सामने भी ऐसी स्थिति कभी आई है, तो आपको यह है पता होना चाहिए कि आपके अधिकार कौन-कौन से हैं? रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने एक गाइडलाइन जारी की हुई है जिसके अनुसार आपको लोन रिकवरी नियमों का पता होना आवश्यक है। अगर आपने भी कभी लोन लिया है या लेने वाले हैं तो इस जानकारी को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़े।
Loan Recovery Rules 2024
जब आप किसी बैंक से या किसी मोबाइल एप्लीकेशन से लोन लेते हैं तो आपको उसे आसान मासिक किस्तों में चुकाने का मौका मिलता है। कई बार स्थिति ऐसी बन जाती है कि आप यह किस्त समय पर नहीं दे पाते हैं। ऐसे में आपको लोन एजेंट बार-बार फोन करते रहते हैं। आपको नीचे बताए गए नियमों को ध्यान रखना है और जागरूक बनना है ताकि किस्त न चुकाने पर आपके साथ कुछ गलत ना हो जाए।
ऑफिस टाइम के बाद कॉल नहीं कर सकते लोन एजेंट
जब कभी आप किसी बैंक से या मोबाइल एप्लीकेशन से लोन लेते हैं तो हर संभव कोशिश करनी है कि सभी किस्त टाइम पर भरे लेकिन अगर आपने कोई किस्त समय पर नहीं भरी है तो लोन एजेंट आपको आपके ऑफिस टाइम के बाद कॉल नहीं कर सकते हैं। सामान्य तौर पर इसके लिए शाम 7:00 बजे की डेडलाइन रखी गई है। शाम 7:00 बजे के बाद कोई आपको कॉल नहीं कर सकता है, अगर ऐसा होता है तो आप इसकी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
लोन रिकवरी के लिए घर वालों या रिश्तेदारों को कॉल नहीं कर सकते
कई बार ऐसा होता है कि जब आप लोन के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक या लोन कंपनी आपके रिश्तेदारों को गारंटर बनाकर ही लोन देता है। ऐसी स्थिति में जब आप कभी लोन की किस्त समय पर नहीं भुगतान करते हैं तो वह आपके रिश्तेदारों को या घरवालों को फोन करके परेशान करते हैं। लेकिन नियमों के अनुसार कोई भी बैंक या लोन कंपनी ऐसा नहीं कर सकती है।
डेडलाइन पूरी होने से पहले घर नहीं पहुंच सकते
क्या लोन की किस्त समय पर नहीं चुकाने की वजह से लोन एजेंट आपके घर पर आकर आपको परेशान करता है। तो आपको एक महत्वपूर्ण जानकारी जानना जरूरी है। लोन एजेंट के लिए घर पर आने की एक मिनिमम डेडलाइन कंपनी द्वारा या रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा जारी की गई है। जिसके अनुसार अगर आपने 1 महीने की किस्त नहीं चुकाई है तो वह सिर्फ आपको कॉल कर सकते हैं। अगर आपने 2 महीने की किस्त नहीं चुकाते है तो वह आपके घर के बाहर आ सकते हैं लेकिन बिना आपकी परमिशन के आपके घर के अंदर नहीं घुस सकते हैं।
मानसिक रूप से आपको प्रताड़ित नहीं कर सकते
कई बार आपने सुना होगा कि लोन एजेंट किस्त नहीं चुकाने पर किसी भी प्रकार से मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं जिसकी वजह से आप बहुत परेशान हो जाते हैं। लेकिन अब रिजर्व बैंक आफ इंडिया के नए नियमों के अनुसार कोई भी लोन रिकवरी एजेंट अपने कस्टमर को शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान नहीं कर सकता है। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो नजदीकी पुलिस थाने में जाकर इसकी शिकायत दर्ज करवाये।
जरूरत पड़ने पर कानून की सहायता ले
हमने आपको ऊपर कुछ महत्वपूर्ण नियम बताए हैं, अगर इनमें से किसी भी नियम का उल्लंघन आपके साथ हो रहा है तो आपको बिल्कुल नहीं डरना है। आपको इसके लिए कानून की सहायता लेना है आप अपने नजदीकी पुलिस थाने में जाकर इसके बारे में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर कोर्ट केस भी कर सकते हैं।
बैंक भेजता है नोटिस
रिजर्व बैंक आफ इंडिया के नियमों के अनुसार जब आप समय पर किस्त नहीं चुकाते हैं और 90 दिन का समय निकल जाता है तो आपको बैंक द्वारा एक लीगल नोटिस भेजा जाता है। अगर उस नोटिस के बाद भी आप किस्त नहीं चुकाते हैं तो बैंक आपको डिफाल्टर घोषित कर देता है, जिसके बाद बैंक आपके खिलाफ लोन रिकवरी की जो भी उनकी कार्रवाई होती है वह कर सकता है।
क्या नियम उल्लंघन होने के बाद भी लोन चुकाना पड़ेगा
अगर आपको ऊपर बताए गए किसी भी तरीके से बीमा कंपनी बैंक या लोन रिकवरी एजेंट द्वारा परेशान किया जा रहा है तो आप इसके खिलाफ लीगल कार्रवाई कर सकते हैं। कई बार कोर्ट तक मुकदमा पहुंच जाता है लेकिन कोर्ट भी आपको यह आदेश देगा कि आप अपना बचा हुआ पैसा समय पर चुकाए। लेकिन साथ ही लोन कंपनी या लोन रिकवरी एजेंट के खिलाफ भी कार्रवाई की जाती है।