National Animal of India: किसी भी देश के राष्ट्रीय पशु का चयन कई मानदंडों के आधार पर होता है। भारत के राष्ट्रीय पशु का नाम रॉयल बंगाल टाइगर है जो भारत की ऐतिहासिक विरासत और संस्कृति का प्रतीक है। भारत के अंदर कई सालों से बाघों की संख्या लगातार घटती रही है। इसकी वजह से साल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत भारत सरकार द्वारा की गई थी। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत भारत सरकार ने रॉयल बंगाल टाइगर को राष्ट्रीय पशु घोषित किया और इससे के संरक्षण का कदम उठाया। बाघ चपलता, सहनशक्ति और अदम्य शक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है। इसकी वजह से इसका चयन राष्ट्रीय पशु के रूप में किया गया।
रॉयल बंगाल टाइगर का वैज्ञानिक नाम पैंथेरा टाइग्रिस है। बाघों की प्रजाति की बात करें तो यह चार प्रकार की होती हैं। बाघ को शेर, बाघ, जगुआर और तेंदुए के नाम से जाना जाता है। कई जगहों पर इसे बड़ी बिल्ली के नाम से भी जाना जाता है। भारत में कुल 8 प्रकार की बाघ की उपप्रजातियाँ है जिसमें से रॉयल बंगाल टाइगर भी है।
बाघ को राष्ट्रीय पशु क्यों बनाया गया
- बाघ में चपलता, लालित्य, ताकत और शक्ति होती है। इसकी वजह से इसका चयन भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में किया गया।
- भारत सरकार ने 1 अप्रैल 1973 को प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की जिसको उत्तराखंड के जिम कार्बेट नेशनल पार्क में लॉन्च किया गया।
- किसी भी देश की प्राकृतिक संसाधनों का और पूरी सरगम का प्रतिनिधित्व उसके राष्ट्रीय पशु और राष्ट्रीय पक्षी द्वारा ही किया जाता है।
- मोर को राष्ट्रीय पक्षी के रूप में चुना गया जबकि भारत सरकार ने बाघ को राष्ट्रीय पशु के रूप में चुना।
- बाघ भारत की समृद्धि, विविधता का प्रतीक है।
बाघ की शारीरिक संरचना
- बाघ सफेद कलर का भी होता है लेकिन वह अलग प्रजाति का नहीं होता है। उनकी त्वचा में वर्णक की कमी होने की वजह से वह सफेद नजर आते हैं।
- एक औसत बाघ की लंबाई 2.7 मीटर से 3.1 मीटर के बीच में हो सकती है। मादा बाघ की लंबाई 2.4 मीटर से 2.6 मीटर के बीच में हो सकती है।
- 1 बाघ का सामान्य वजन 180 किलोग्राम से लेकर 258 किलोग्राम तक होता है। जबकि मादा बाघ का वजन 100 किलोग्राम से लेकर 160 किलोग्राम के बीच में होता है।
- जब एक बाघ शावक का जन्म होता है तो पहले सप्ताह में उसको कुछ भी नजर नहीं आता है और वह अँधा ही रहता है
- जब एक बाघ वयस्क हो जाता है तो वह 6 मीटर लंबी छलांग अथवा 5 मीटर ऊंची छलांग लगा सकता है।
- बाघ के शरीर पर 100 से अधिक धारियां होती हैं और यह हमारे फिंगरप्रिंट की तरह दो बाघों की धारियां एक जैसी कभी नहीं होती है।
National Animal of India – Interesting Facts
- बिल्ली परिवार की सबसे बड़ी प्रजाति बाघ मानी जाती है।
- बाघ की कुल 8 उप प्रजातियां होती हैं जिनमें साइबेरियन टाइगर, इंडोचाइनीस, सुमात्रा टाइगर, रॉयल बंगाल, कैस्पियन, बाली, दक्षिण चीन और जावा शामिल है।
- बाघों के हो रहे लगातार शिकार की वजह से दुनिया भर में बाली, कैस्पियन और जावा बाघ अब विलुप्त हो चुके हैं और कहीं भी देखने को नहीं मिलते हैं।
- जंगल के अंदर अक्सर ही बाघ दलदल मैंग्रोव और घास के मैदानी इलाकों के निचले हिस्सों में पाए जाते हैं।
- भारत के राष्ट्रीय पशु रॉयल बंगाल टाइगर, पश्चिम बंगाल की सुंदरबन मैनग्रोव छेत्र में सबसे अधिक पाए जाते हैं।
- 18 नवंबर 1972 को भारत सरकार द्वारा बाघ को राष्ट्रीय पशु के रूप में नामांकित किया गया।
- भारत के अलावा बांग्लादेश, वियतनाम, दक्षिण कोरिया और मलेशिया देशों का भी राष्ट्रीय पशु बाघ ही है।
- नागपुर को भारत की बाघ राजधानी के रूप में माना जाता है।
- पिछले कुछ सालों में बाघ की संख्या लगातार भारत में कम होती हुई नजर आई। लेकिन भारत सरकार के प्रयासों की वजह से आप बाघों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
बाघों की संख्या में हुआ इजाफा
साल 2006 के अंदर भारत के अंदर बाघ लगभग विलुप्त होने के कगार पर थे। पूरे देश में लगभग 1411 बाघ ही बचे थे। उसके बाद भारतीय वन्यजीव कोष और सरकार ने मिलकर कई कदम उठाए और 2018 बाघों की संख्या बढ़कर 2967 हो गई। बाघों की अधिकतम संख्या मध्यप्रदेश में है। उसके बाद दूसरा स्थान कर्नाटक का आता है और उत्तराखंड तीसरे नंबर पर आता है।
भारत में टाइगर रिजर्व
1973 में जब प्रोजेक्ट टाइगर शुरू हुआ था उस समय पूरे भारत में केवल 9 टाइगर रिजर्व थे। लेकिन बाघों की घटती संख्या की वजह से इनकी संख्या को बढ़ाया गया और अब पूरे भारत में लगभग 53 टाइगर रिजर्व हैं, जिसकी लिस्ट आपको नीचे दी जा रही है।
Sr. No. | Name of Tiger Reserve | State |
1 | नागार्जुन सागर श्रीशैलम | आंध्र प्रदेश |
2 | नमदाफा | अरुणाचल प्रदेश |
3 | कमलंग टाइगर रिज़र्व | अरुणाचल प्रदेश |
4 | पक्के | अरुणाचल प्रदेश |
5 | मानस | असम |
6 | नमेरी | असम |
7 | ओरांग टाइगर रिज़र्व | असम |
8 | काजीरंगा | असम |
9 | वाल्मीकि | बिहार |
10 | उदंती-सीतानदी | छतीसगढ़ |
11 | अचनकमार | छतीसगढ़ |
12 | इन्द्रावती | छतीसगढ़ |
13 | पलामू | झारखण्ड |
14 | बांदीपुर | कर्नाटक |
15 | भद्रा | कर्नाटक |
16 | दांदेली-अंशी | कर्नाटक |
17 | नागरहोल | कर्नाटक |
18 | बिलगिरि रंगनथा मंदिर | कर्नाटक |
19 | पेरियार | केरल |
20 | परम्बिकुलम | केरल |
21 | कान्हा | मध्य प्रदेश |
22 | पेंच | मध्य प्रदेश |
23 | बांधवगढ़ | मध्य प्रदेश |
24 | पन्ना | मध्य प्रदेश |
25 | सतपुड़ा | मध्य प्रदेश |
26 | संजय-दुबरी | मध्य प्रदेश |
27 | मेलघाट | महाराष्ट्र |
28 | ताडोबा-अंधारी | महाराष्ट्र |
29 | पेंच | महाराष्ट्र |
30 | सह्याद्री | महाराष्ट्र |
31 | नवेगाव-नागझिरा | महाराष्ट्र |
32 | बोर | महाराष्ट्र |
33 | दम्पा | मिज़ोरम |
34 | सिमलिपाल | ओडिशा |
35 | सतकोसिया | ओडिशा |
36 | रणथम्भौर | राजस्थान |
37 | सरिस्का | राजस्थान |
38 | मुकंदरा हिल | राजस्थान |
39 | कलाकड़ मुंडंथुरई | तमिलनाडु |
40 | अन्नामलाई | तमिलनाडु |
41 | मुदुमलै | तमिलनाडु |
42 | सत्यमंगलम | तमिलनाडु |
43 | कवल | तेलंगाना |
44 | अमराबाद | तेलंगाना |
45 | दुधवा | उत्तर प्रदेश |
46 | पीलीभीत | उत्तर प्रदेश |
47 | कॉर्बेट | उतराखंड |
48 | राजाजी | उतराखंड |
49 | सुंदरबन | पश्चिम बंगाल |
50 | बुक्सा | पश्चिम बंगाल |
51 | श्रीविल्लिपुथुर- मेगामलाई (2021) | तमिलनाडु |
52 | रामगढ़ विषधारी (2021) | राजस्थान |
53 | गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तोमर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य(2021) | छत्तीसगढ़ |
सारांश
हमने इस आर्टिकल में आपको भारत के राष्ट्रिय पशु बाघ के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद करते है यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही लाभदायक साबित होगी। आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे दूसरे लोगों तक भी शेयर जरुर करे।