उन्नति पोर्टल उत्तराखंड कैसे देखें? | उन्नति पोर्टल उत्तराखंड स्टेटस कैसे देखें ? | UNNATI portal login 2024 | प्रधान मंत्री गति शक्ति (Uttarakhand), प्रधान मंत्री गति शक्ति
उत्तराखंड उन्नति पोर्टल की शुरुआत राज्य के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नवंबर 2021 में की गयी। उत्तराखंड सरकार द्वारा उन्नति पोर्टल अथवा प्रधान मंत्री गति शक्ति (Uttarakhand) को मुख्यतः सरकारी योजनाओ की निगरानी के लिए बनाया गया एकल मंच (सिंगल विंडो प्लेटफार्म) है। इस पोर्टल के माध्यम से रियल टाइम पर किसी भी योजना की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इसके अलावा उन्नति पोर्टल पर उत्तराखंड रोजगार उपलब्ध करवाने संबधित विवरण के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। आज देश के लगभग सभी राज्यों द्वारा इस तरह के पोर्टल बनाये गए है। सरकारी कार्य को ऑनलाइन ले जाने के कहीं फायदे है, लोगो की परेशानियां काफी कम हो जाती है।
इसके अलावा पैसो व समय की बचत होती है। काम में काफी पारदर्शिता आती है। इन्हीं सब बातो को ध्यान में रखकर उत्तराखंड सरकार द्वारा उन्नति पोर्टल की शुरुआत की जा रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा दो महत्वपूर्ण पोर्टल का एक साथ शुभारम्भ किया गया है। इसमें पहला उन्नति पोर्टल एवं दूसरा अपणी सरकार पोर्टल को शुरू किया गया है। उन्नति पोर्टल अभी एकदम शुरूआती दौर में है। लेकिन आने वाले समय में इस पोर्टल का विस्तार किया जायेगा।
keypoint of Unnati portal Uttarakhand 2024
पोर्टल का नाम | उन्नति पोर्टल उत्तराखंड |
संबधित राज्य | उत्तराखंड |
किसने शुरुआत की। | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा। |
कब शुरू हुआ | 2021 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://pmgatishakti.uk.gov.in/ |
लाभार्थी | उत्तराखंड के निवासी। |
Toll free number | 1905 |
क्या है उत्तराखंड उन्नति पोर्टल?
सरकार द्वारा साल 2021 के अगस्त में उन्नति पोर्टल को शुरू करने संबधित कार्य शुरू किया था। नवंबर 2021 में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी द्वारा अपणी सरकार पोर्टल के साथ उन्नति पोर्टल का भी उदघाटन कर दिया गया है। लेकिन अभी पूरी तरह कार्य सञ्चालन में अभी इस पोर्टल को समय लगेगा।
मुख्यमंत्री ने उद्धघाटन के अवसर पर बताया कि यह पोर्टल मुख्यतः सरकारी योजनाओ की निगरानी के लिए प्रयोग में लाया जायेगा। उन्नति पोर्टल की निगरानी स्वयं मुख्यमंत्री या राज्य के मुख्य सचिव द्वारा की जाएगी। जिससे राज्य में संचालित होने वाली योजनाओ को सही से संचालित किया जा सके। उन्नति पोर्टल को इन्फॉर्मेशन डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा बनाया गया है।
उत्तराखंड उन्नति पोर्टल के उदेश्य एवं फायदे
आज का दौर डिजिटलीकरण का दौर चल रहा है। चाहे देश दुनिया की सभी सरकारी या फिर बड़ी-बड़ी कंपनियां, आज सभी कम्पनिया अपने कार्य को ऑनलाइन लेजा रही है। ऑनलाइन होने के कहीं फायदे है, जैसे – सरकार काफी काम कर्मचारी के साथ काम कर सकती है। कर्मचारी कम होने से वेतन में होने वाला खर्च काफी कम हो जायेगा। इसके अलावा आम आदमी को सभी योजनाओं से संबधित जानकारी उनके घर पर बैठे- बैठे आसानी से मिल जाती है।
पोर्टल का सञ्चालन सीधे मुख्यमंत्री के पास होने से कार्य में काफी तेजी आएगी। किसी भी योजना से संबधित व्यक्ति बिना समय व्यतीत किये समय से अपना कार्य पूर्ण करवाएंगे, काम में काफी पारदर्शिता आएगी, समय और पैसो की काफी बचत होगी। इसीलिए इस प्रकार के पोर्टल शुरू करने से सरकार व आम जनता दोनों का फायदा है।
उन्नति पोर्टल विभागीय लॉगिन कैसे करें
उत्तराखंड उन्नति पोर्टल अभी एकदम नया पोर्टल है। उन्नति पोर्टल पर आम आदमी को सीधे एक्सेस का अधिकार नहीं दिया गया है। केवल विभागीय सक्षम अधिकारी ही इसके लिए लॉगिन कर सकते है। विभागीय लॉगिन के लिए हम आपको स्टेप बाई स्टेप बताने जा रहे है।
- पहले eservices उत्तराखंड की आधिकारक वेबसाइट पर क्लिक करके जाएं।
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आप उन्नति पोर्टल के विकल्प को चुने।
- उन्नति पोर्टल पर जाना के बाद आप विभागीय लॉगिन विकल्प को चुने।
- विभागीय लॉगिन चुनने के बाद आप नए पेज पर आ जायेंगे।
- ने पेज पर आपको लॉगिन का विकल्प आएगा। आप अपना user id एंड password दर्ज करें
- यूजर आई डी व पासवर्ड डालने के बाद आप सबमिट बटन को दबाये। इस प्रकार आपके लॉगिन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।
टोल फ्री नंबर / हेल्पलाइन नंबर
उत्तराखंड सरकार द्वारा सी एम हेल्प लाइन नंबर जारी किये है। आयश्यकता पड़ने पर आप संपर्क कर सकते है।
Toll free number – 1905
प्रश्न 1 – उन्नति पोर्टल किस राज्य से संबधित है ?
उत्तर – उनत्ति पोर्टल उत्तराखंड राज्य से संबधित है। इसे राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में शुरू किया गया है।
प्रश्न 2 – उन्नति पोर्टल क्या है ?
उत्तर – उन्नति पोर्टल उत्तराखंड को सरकार द्वारा राज्य की सरकारी योजनाओं की निगरानी के लिए बनाया गया है। इसकी निगरानी सीधे मुख्यमंत्री / मुख्य सचिव के हाथो में रहेगी।