Hathkargha Bunkar Mudra Loan Yojana 2024: भारत सरकार द्व्रारा देश के लाखों बुनकरों को उन्हें वित्त की आवश्यकता को देखते हुए, प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के लिए हथकरघा और वस्त्र उद्योग निदेशालय द्वारा सब्सिडी व सस्ती ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। सरकार का हमेशा से ही भारतीय समाज के कमजोर वर्ग व बुनकरों आदि को संपोषणीय रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उनकी आर्थिक सहायता करने वाला रवैया रहा है।
देश के इस कमजोर बुनकर वर्ग को निवेश के साथ – साथ समय से ऋण की आवश्यता भी है, जिससे बिलुप्त की ओर जा रहे इस पारम्परिक व्यवसाय को इस योजना से एक नई जान मिली है। सरकार द्वारा लायी गयी यह योजना शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लागू है।
हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना 2024
वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की इस योजना को देश के बुनकरों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए बनायीं गयी है। इस योजना के अंतर्गत केंद्रीय कपडा मंत्रालय बैंकों के माध्यम से बुनकरों को अधिकतम 10 लाख रूपये तक का ऋण काफी कम रियायती दरों में उपलब्ध करवा रहा है। यह ऋण 6 प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जाता है। इस योजना के तहत स्वीकृत मुद्रा ऋण का मुद्रा कार्ड भी जारी किया जाता है, जिसकव माध्यम से लाभार्थी अपने ऋण का पैसा किसी भी एटीएम मशीन से निकाल सकता है।
बुनकर मुद्रा ऋण के नियम व शर्ते काफी आसान बनायीं गयी है, इसके लिए कोई भी व्यक्ति आसानी से आवेदन कर सकता है। उन्हें इसके लिए गांरंटी की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है। दोस्तों इस आर्टिकल में हमने प्रधानमंत्री हथकरघा मुद्रा लोन (Prime Minister’s Handloom Weavers Scheme) के बारे में बताया है, जैसे – हथकरघा मुद्रा लोन क्या है, बुनकर ऋण योजना के लिए पात्रता क्या है, हथकरघा ऋण के लिए आपको कौन कौन से दस्तावेज देने होते है, ऋण वापसी की अवधि क्या होती है आदि। इस प्रकार यदि आप भी एक हथकरघा बुनकर है, प्रधानमंत्री बुनकर योजना के अंतर्गत लोन लेना चाहते है, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
Hathkargha Bunkar Mudra Loan Yojana 2024
योजना का नाम | हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना |
किसने शुरू किया | केंद्रीय कपडा मंत्रालय द्वारा। |
लाभार्थी | देशभर के बुनकर। |
उदेश्य | सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम वर्ग के बुनकरों को वित्त। |
आधिकारिक वेबसाइट | handlooms.nic.in/ |
हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना 2024 के उदेश्य
प्रधानमंत्री बुनकर योजना: भारतीय बुनकरों को उनकी ऋण आवश्यकताओं को देखते हुए केंद्र सरकार के कपडा मंत्रालय द्वारा इन्हें तत्काल वित्त उपलब्ध करवाने के उदेश्य से कम ब्याज व सब्सिडी पर हथकरघा बुनकर मुद्रा लोन को शुरू किया है। इसके अलावा भारत में इस तरह के सूक्ष्म व मध्यम उद्यम को बढ़ावा देना एवं रोजगार के अवसर पैदा करना भी है। इस तरह इस योजना का लाभ शहरी व ग्रामीण क्षेत्र को लोगों को मिलेगा।
- बुनकरों को कार्यशील पूंजी की आवश्यकता हेतु तत्काल वित्त उपलब्ध करवाना।
- पारम्परिक शुक्ष्म एवं मध्यम वर्ग के उद्योगों को बढ़ावा देना।
- बुनकरों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने हेतु।
हथकरघा बुनकर मुद्रा लोन के लाभ
बुनकरों के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गयी इस योजना से बुनकर वर्ग को काफी लाभ हो रहा है। इस योजना के माध्यम से बुनकरों का छोटा होता कारोबार को एक नई ऊर्जा मिली है, दूसरे लोग भी इस व्यवसाय को करने के लिए प्रेरित हो रहे है। सरकार द्वारा इसके लिए अलग वेबसाइट handlooms.nic.in बनायीं गयी है, यहां पर हेंडलूम से संबधित नवीनतम जानकारियां आप प्राप्त कर सकते है। इससे युवाओं का इस क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित होंगें।
बुनकर मुद्रा लोन नियम व शर्ते
यदि आप भी एक बुनकर है, और इस योजना के तहत लाभ लेना चाहते है तो यहां पर हमने इससे संबधित सभी बिंदुओं पर बात की है।
पात्रता व शर्तें
- बुनकर पेशे से जुड़ा कोई भी व्यक्ति जिसका संतोषजनक सिबिल स्कोर हो, वह इस योजना के अंतर्गत ऋण हेतु आवेदन कर सकता है।
- इस योजना के तहत ऋण हेतु ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन किया जाता है, लाभार्थी को कोई भी मिलने वाली सहायता राशि बैंक द्वारा नहीं दी जाती है, इस राशि को केंद्र सरकार द्वारा दिया जाता है।
- इस योजना के अंतर्गत टर्म लोन व केश क्रेडिट स्कीम में ऋण दिया जाता है।
- बुनकरों को सरकारी विभागों में सप्लाई किये गए माल की बिक्री से प्राप्त इनकम खातों को क्रम अनुसार रखने के लिए उनके खाते के माध्यम से भेजा जाता है।
- प्रधानमंत्री बुनकर योजना के तहत वितरित ऋण की प्रतिवर्ष समीक्षा की जाएगी, यदि आप समय से इसका भुगतान कर रहे है, तो आपको इसे बढाकर भी दिया जा सकता है। लेकिन यदि आप समय से जमा नहीं करते है, तो आपको सब्सिडी का लाभ नहीं दिया जायेगा।
ऋण की सीमा व ऋण की प्रकृति
हथकरघा लोन की यदि बात करें, तो बैंक लिए दो तरह से लोन देता है, पहला कार्यशील पूंजी के लिए और दूसरा स्थायी पूंजी के लिए देता है। इसकी लिमिट भी अलग अलग निर्धारित की जाती है।
कार्यशील पूंजी के लिए (नगद साख सीमा, Cash Credit Card Limit) | 50000/- से 100000/- तक। (अधिकतम 5 लाख तक दिया जा सकता है।) |
स्थायी पूंजी के लिए (सावधि सीमा, Term Limit) | अधिकतम 2 लाख रुपये। |
कुल ( weaver Term Loan + Term Loan) | अधिकतम 5 लाख रूपये। |
हालाँकि केंद्रीय कपडा मंत्रालय के परिपत्रांक के अनुसार हथकरघा मुद्रा ऋण अधिकतम 10 लाख रूपये तक दिया जा सकता है।
कार्यशील पूंजी क्या होती है?
जब हम कोई व्यवसाय चलाते/शुरू करते है, तो हमें डेली के खर्चो को चलाने के लिए अपने पास कुछ पैसों की हर समय आवश्यकता (Liquidity) पड़ती है, जिसे हम केश, प्राप्य खाते, देय खाते एवं शार्ट टर्म के उधार आदि के लिए प्रयोग में लाते है। यह किसी भी व्यवसाय के लिए शार्ट टाइम के लिए उनकी वित्तीय स्थिति का इंडिकेटर है। इसी को कार्यशील पूंजी कहा जाता है।
स्थायी पूंजी क्या होती है?
किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए लगी एकमुश्त या स्थायी सम्पतियों को खरीदने के लिए खर्च की गयी राशि को स्थायी पूंजी कहा जाता है। उदहारण जैसे – दुकान, फैक्टरी, मशीन, फर्नीचर, भूमि, मकान (व्यवसाय हेतु) आदि में इन्वेस्ट की गयी राशि।
मार्जिन
व्यक्तिगत ऋण हेतु मार्जिन मनी लोन / ऋण राशि का 20% या अधिकतम 25000/- रूपये केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा दिया जायेगा। जबकि संस्थाओं के सन्दर्भ में यह राशि कुछ ज्यादा हो सकती है।
पुनर्भुगतान (Repayment) / ऋण का समय
इस योजना के तहत लिया जाने वाला कोई भी ऋण 3 वर्ष से 5 वर्ष के लिए दिया जाता है। टर्म लोन के सन्दर्भ में इसे मासिक या तिमाही किश्त में चुकाया जायेगा।
सरकारी सब्सिडी
- ब्याज अनुदान – हथकरघा मुद्रा के लिए ब्याज अनुदान दिया जायेगा, इस योजना के तहत बुनकरों को मात्र 6% ब्याज दर पर ऋण दिया जायेगा। इससे अधिक के बैंक के अंतर को केंद्र सरकार द्वारा पूरा किया जायेगा। इसके लिए अधिकतम ब्याज सब्सिडी 7% है।
- ब्याज सब्सिडी के अलावा 20 प्रतिशत मार्जिन मनी अनुदान अधिकतम 25000/- रूपये दिया जायेगा। इसके अलावा हथकरघा संस्थाओं को 20 प्रतिशत या 2 लाख रूपये प्रति 100 बुनकरों को अधिकतम 20 लाख की सब्सिडी दी जाएगी।
रुपे कार्ड जारी किया जायेगा
जिन बुनकरों ने कार्यशील पूंजी हेतु केश क्रेडिट कार्ड ऋण लिया है, उनके लिए इस ऋण खाते पर रुपे एटीम कार्ड जारी किये जायेंगे। इसका लाभ यह होगा कि लाभार्थी आवश्यकता पढ़ने पर कहीं से भी एटीम मशीन से निकाल पायेगा।
बीमा कवर
बैंक द्वारा दिए जाने वाले किसी भी ऋण पर बीमा करवाया जाता है, यह इसलिए होता है कि यदि कभी भी प्राकृतिक या अन्य किसी आपदा के समय आपके दुकान या फैक्टरी का नुकसान हो जाता है, तो आपको इसका नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। क्यूंकि इसकी भरपाई बीमा कंपनी द्वारा की जाएगी।
हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना हेतु आवेदन कैसे करें?
- यदि आप हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना के लिए ऑनलाइन / ऑफलाइन आवेदन करना चाहते है, तो सबसे पहले आपको हथकरघा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, वहां से आपको इस योजना की जानकारी प्राप्त करनी होगी।
- इसके बाद आप अपने नजदीकी बैंक में जाएँ, वहां पर आपको पीएम मुद्रा लोन योजना का आवेदन फॉर्म लेना होगा।
- आपको बैंक शाखा प्रबंधक / ऋण अधिकारी से लोन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करनी होगी। बैंक अधिकारीयों को आपको अपने व्यवसाय के बारे में बताना होगा।
- इसके बाद बैंक ऋण अधिकारी / शाखा प्रबंधक द्वारा आपके व्यवसाय क्षेत्र का भ्रमण किया जायेगा। यदि बैंक वाले आपके व्यवसाय से संतुष्ट होंगे तो वह आपके ऋण आवेदन की प्रक्रिया आगे बढ़ायेंगें।
- मुद्रा आवेदन में पूछी गयी सभी जानकारियों को सावधानीपूर्वक भरना होगा। सभी जानकारियां भरने के बाद आपको आवेदन फॉर्म बैंक में जमा कर देना है।
- बैंक आपके आवेदन की जाँच करने के बाद आपके आवेदन को स्वीकार करेगा। आवेदन स्वीकार करने के बाद आपको हथकरघा स्कीम में मुद्रा ऋण दिया जायेगा।
- इसके लिए आपसे ऋण फाइल पर हस्ताक्षर भी करवाए जायेंगें।
- सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपके ऋण खाता ओपन कर दिया जायेगा। सभी औपचारिकता पूर्ण होने के बाद आपको ऋण राशि प्राप्त हो जाएगी।
FAQ : हथकरघा बुनकर योजना से संबधित प्रश्न
प्रश्न 1 – बुनकर मुद्रा लोन क्या है?
उत्तर – केंद्र सरकार द्वारा भारतीय बुनकरों को तत्काल कार्यशील पूंजी की आवश्यक को पूरा करने के लिए बुनकर मुद्रा लोन योजना की शुरुआत की है।
प्रश्न 2 – हमारे देश में प्रति वर्ष हथकरघा दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर – भारत में प्रतिवर्ष 7 अगस्त को हथकरघा दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2022 में 8वां हथकरघा दिवस मनाया गया। भारत में पहला हथकरघा दिवस वर्ष 2015 में मनाया गया था।
प्रश्न 3 – हथकरघा उद्योग क्या है?
उत्तर – वस्त्र निर्माण की अनेकों प्रक्रियाओं में से एक प्रक्रिया हथकरघा उद्योग भी है। इसके तहत कपड़ों की बुनाई की जाती है, कपडा बुनाई के लिए दो तरह से धागे का लंबवत व क्षैतिज प्रयोग होता है, जिसे ताना व बाना कहा जाता है। भारत में कुल कपडा उद्योग में 30 प्रतिशत कपडा हथकरघा उद्योग द्वारा तैयार किया जाता है।
Dharmendra Ram udakisangaj madhepura Bihar 6201154207
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Mai bunkar ho merepas ek machine hai dosry machine lagana lagana hai
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